अनहेल्दी फूड, एक्सरसाइज की कमी और बढ़ते वजन के चलते घुटनों का दर्द भारत जैसे देशों में एक बड़ी समस्या का रूप लेता जा रहा है। पहले यह समस्या 40-45 की उम्र में हुआ करती थी, लेकिन आज यह समस्या कम उम्र में भी होने लगी है। घुटनों का दर्द काफी हद तक लाइफ स्टाइल की देन है। भारत में यह समस्या काफी गंभीर है। घुटनों के खराबी के शिकार 25 प्रतिशत लोग अपने रोजमर्रा के कामों को भी आसानी से नहीं कर पाते हैं।
अखरोट के फायदों के बारे में हम सभी जानते हैं अखरोट हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। अखरोट में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, बी6, कैल्शियम और मिनरल पर्याप्तं मात्रा में होते है। जो हमारी फिटनेस बरकरार रखते है और हमें कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। यह एक प्रकार का फैट है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। साथ ही अर्थराइटिस के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
अगर यह उपाय रोजाना नहीं करते तो आपको कुछ फायदा नहीं मिलेगा।
रोज खाने से थोड़े ही दिनों में आपको असर दिखने लगेगा।
घुटने के दर्द के लिए अखरोट
घुटनों का दर्द बहुत ही पीड़ादायक होता है और यह आपको चलने-फिरने में भी असमर्थ कर देता है। अधिक वजन और वृद्धावस्था के कारण घुटनों का दर्द और भी तकलीफ देह हो जाता है। यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि अखरोट जैसे घरेलू उपाय की मदद से घुटनों के दर्द की इस तकलीफ से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानें घुटने के दर्द के लिए अखरोट कैसे काम करता है।अखरोट के फायदों के बारे में हम सभी जानते हैं अखरोट हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। अखरोट में प्रोटीन, फैट, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ई, बी6, कैल्शियम और मिनरल पर्याप्तं मात्रा में होते है। जो हमारी फिटनेस बरकरार रखते है और हमें कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। अखरोट में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। यह एक प्रकार का फैट है जो सूजन को कम करने में मदद करता है। साथ ही अर्थराइटिस के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
अखरोट का सेवन कैसे करें
रोजाना सुबह खाली पेट एक अखरोट की गिरी अच्छे से चबा-चबाकर खाएं।अगर यह उपाय रोजाना नहीं करते तो आपको कुछ फायदा नहीं मिलेगा।
रोज खाने से थोड़े ही दिनों में आपको असर दिखने लगेगा।
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