आजकल टेक्नोलॉजी का ज़माना है और कंप्यूटर या लैपटॉप या फिर बहुत देर तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना आम बात है कई बार ऐसा भी होता है कि कुछ लोग बहुत ही ज्यादा देर तक टेलीविज़न देखते हैं या फिर बारीक काम करते हैं जैसे सिलाई का काम, सोने चांदी का काम, कढ़ाई करना, या बहुत देर तक स्टडी करना इस जैसे और भी कई काम कुछ देर तक तो ऑंखें आपका साथ देतीं है लेकिन फिर आंखों की अच्छी खासी मशक्कत हो जाती है और आंखें दर्द करने लगती हैं या उनसे पानी आने लगता है।
आंखे हमारे लिए क्या मायने रखती है, यह बात बताने की शायद जरूरत नहीं। शरीर में सबसे महत्वपूर्ण अंगों के बीच आंखें सबसे संवेदनशील अंग हैं। इसलिए इसकी देखभाल करना बहुत जरूरी हैं। यदि आपको हाल ही में
चश्मा लगा है, या फिर आपको लगता है कि आपकी आँखें कमजोर हो रही हैं, तो आप निश्चित
तौर पर इसे शुरुआत में ही रोक सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको जागरूक होना होगा। उचित
आहार के अलावा, यदि आप लगातार योग और नीचे दिए नुस्खों का प्रयोग करते हैं तो, निश्चित
बहुत हद तक सम्भव है कि आप आँखों की गिरती दृष्टि को संभाल सकते हैं।
एलोवेरा और शहद का जूस
एलोवेरा और शहद के जूस का लगातार सेवन करने से आपके आंखों की रोशनी बढ़ जाती है आंखे दर्द करना बंद कर देती हैं और आंखों में थकान महसूस नहीं होती इस जूस को बनाने के
लिए आप यह सारी चीजें मिक्सर में डाल कर अच्छी तरह मिक्स कर ले और इसमें एक गिलास पानी
और डाल कर अच्छी तरह फेंट हैं बस आपका हेल्थ ड्रिंक तैयार है इस जूस को आप खाना खाने
से लगभग आधे घंटे पहले पी लिया करें और अगर हो सके तो दिन में दो या तीन बार इसको पीने
से बहुत जल्दी आपको आराम मिलेगा।
सौंफ
अगर आपकी आंखों में जलन है और उनसे पानी आ रहा है, तो आप सौंफ का सहारा ले सकते हैं। यह आपकी आंखों को मजबूती भी प्रदान करती है। आंखों की छोटी-मोटी समस्याओं को दूर करने के अलावा सौंफ मोतियाबिंद और ग्लूकोमा में भी राहत दिला सकती है। इसके लिए आप सामान्य अथवा इस्तेमाल की गयी सौंफ, भले ही वह चाय पकाने में प्रयोग में लायी गई हो, से आंखें धोने से नेत्र रोगों को दूर किया जा सकता है।
शहद
आंखों के संक्रमण के लिए शहद को सबसे प्रभावी इलाज माना जाता है, यहां तक की यह औषधीय आई ड्रॉप के नाम से भी जाना जाता है। आंखों में संक्रमण होने पर आप इससे गुलाबजल में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते है। इसके अलावा 3-4 चम्मच शहद को पानी में मिलाकर आंखों को धोने से संक्रमण से राहत मिलती है।
गुलाब जल
आंखों में संक्रमण के लिए गुलाबजल अच्छा उपचार होता है। संक्रमण या स्टाई से बचने के लिए 2 से 3 बूंदें गुलाबजल आंखों में डालने से तीन दिन के अंदर ही संक्रमण को प्रभावी ढंग से ठीक किया जा सकता है। ये आंखों को साफ रखने के साथ - साथ अन्हें तरो-तजा बनाता है उनकी थकान भी दूर करता है।
खीरा
खीरे में मौजूद एंटी-इर्रिटेशन गुण आंखों में सूजन, जलन और खुजली को कम करने में मदद करते हैं। आंखों में एलर्जी होने पर एक खीरे को धोकर उसके पतले स्लाइस काट लें। इन स्लाइस को 15-20 मिनट के लिए फ्रीज में रख दें, फिर इनको अपनी आंखों पर रखें। इस प्रक्रिया को एक दिन में 4-5 बार दोहराएं।
ग्रीन टी बैग
ग्रीन टी के कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं और यह स्टाई के इलाज में भी बेहद कारगर होती है। यह आंखों में एलर्जी के लिए भी फायदेमंद होता है। आई स्टाई को ठीक करने के लिए एक कुनकुने टी बैग को स्टाई की जगह रख दें और ठंडा होने तक वहीं रखा रहने दें। इससे दर्द तो जल्द दूर होगा ही साथ ही सूजन भी कम हो जाएगी। इसके अलावा एक कप पानी में दो ग्रीन टी को डाल कर उबालें, फिर इसे पूरी तरह से ठंडा होने के लिए रख दें। इससे मिश्रण से आंखों को दिन में दो बार तब तक धोएं जब तक समस्या का समाधान न हो जाएं।
नमक और पानी
पानी को उबाल लें और इसे हल्का ठंडा होने के लिए छोड़ दें। फिर इसमें थोड़ा सा नमक मिला लें। अब रूई की मदद से इस पानी से अपनी आंखों को पोंछ लें। यह सूजन को कम करने के साथ आपकी आंखों की अशुद्धियों को दूर करने में मदद करता है।
कैस्टर ऑयल / अरंडी का तेल
कैस्टर ऑयल में विटामिन ई के साथ फैटी एसिड और रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है, जो अंदर की गंदगी को बाहर निकालने का काम करता है। यह तेल आंखों की सफाई के लिए सबसे अच्छे एजेंट के रूप में काम करता है।
अक्सर लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करते रहने से आंखें सूखने लग जाती है। जिससे काफी थकान भी महसूस होती है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आंखों में अरंडी के तेल की एक बूंद डालें। इस उपाय को आप सोते समय ही करें। इससे आपको काफी आराम मिलेगा।
उचित नींद
हर महिलाएं अपने प्रति काफी लापरवाही बरतती है, अपने शरीर की अपेक्षा अपने काम को ज्यादा महत्व देती है। पूरे दिन उन्हें ना खाने का होश रहता है ना ही अराम का। इसी थकान के कारण उनकी आंखों के नीचे काले घेरे हो जाते हैं। कम पानी पीने से शरीर
में ब्लड सर्कुलेशन सही ढंग से नहीं हो पाता। जिससे आंखों के नीचे की नसों को पूरा
खून नहीं मिल पाता और डार्क सर्कल हो जाते हैं। तो, इसलिए हमें खूब पानी पीना चाहिए
और उचित नींद भी लेना चाहिए।
तुलसी
अनेक रोगों का इलाज तुलसी से किया जा सकता है। तुलसी आंखों के इफेक्शन को दूर करने में भी बहुत लाभकारी होती है। आंखों के संक्रमण यानी कंजक्टिवाइटिस से निपटने के लिए एक कटोरी पानी में तुलसी की दो-तीन पत्तियां रात को भिगो दें। सुबह इस पानी से आंखों को धो लें, फायदा होगा।
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