कभी – कभी कुछ ज्यादा ठंडा खाने पर या सर्दी के मौसम में सर्दी – जुखाम के कारण हमारा गला बैठ जाता है। जिससे हमारे गले से बहुत ही अजीब सी आवाज निकलने लगती है। गला बैठ जाने पर कई लोग हमारी आवाज को सुनकर हमारा मजाक भी उडाने लगते है. इससे छुटकारा पाने के लिए हम घर पर ही स्वयं घर में उपलब्ध सामान की सहायता से उपचार कर सकते है।
आधा ग्राम हींग गर्म पानी में उबालकर गरारा करे, ज़ुकाम से बैठा हुआ गला साफ़ हो जायेगा।
2-2 ग्राम मुलहठी, आँवले और मिश्री का 20 से 50 मिलिलीटर काढ़ा देने से या भोजन के पश्चात् 1 ग्राम काली मिर्च के चूर्ण में घी डालकर चटाने से लाभ होता है।
यदि सर्दी जुखाम के कारण आपका गला बैठ गया है तो रोजाना सोने से पहले तीन से चार काली मिर्च और उतनी ही मात्र में मिश्री को एक साथ चबाने से बैठ गला खुल जाता है |
यदि tonsil के कारण आपका गला बैठ गया है तो एक गिलास गर्म दूध में एक चमच हल्दी पाउडर मिलाकर सोने से पहले पीने से tonsil एक से दो दिन में ठीक हो जाता है जिस कारण बैठा हुआ गला भी खुल जाता है |
पांच पत्ते तुलसी, दो लौंग, चार दाने कालीमिर्च तथा आधा चम्मच धनिया के दाने लेकर एक कप पानी में काढ़ा बनाकर सेवन करें|
अगर गला बैठ गया है तो उसे केवल शहद का प्रयोग कर के भी ठीक किया जा सकता है. यह एक बहुत ही सरल उपाए है। इसके लिए 2 चम्मच शहद ले, और उसे हल्के गरम पानी में डाल कर मिला ले। अब इस पानी से गरारा करे. गले में आराम मिलेगा।
यदि किसी गायक की मधुर या सुरीली आवाज़ बैठा गयी हैं तो प्याज के रस में थोड़ी सा शहद मिलाकर गुनगुने पानी के साथ ले। एक सप्ताह के भीतर ही आश्चर्यजनक रूप से लाभ मिलेगा।
जामुन की गुठलियों को पीसकर शहद में मिलाकर गोलियाँ बना लें। दो-दो गोली नित्य चार बार चूसें। इससे बैठा गला खुल जाता है। आवाज का भारीपन ठीक हो जाता है। अधिक बोलने-गानेवालों के लिए यह विशेष चमत्कारी प्रयोग है।
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